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आयुर्वेद का वरदान है महा सुदर्शन काढ़ा, फ़ायदे सुन कर रह जाओगे दंग | Mahasudarshan Kadha Side Effects

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 आज हम बात करेंगे महा सुदर्शन काढ़ा के बारे में। अब यह महा सुदर्शन काढ़ा के फायदे क्या हैं? क्या नुकसान है? कैसे आपको लेना है? इसके इंग्रेडिएंट्स क्या हैं? यह सारी जानकारी जो है, आज की इस लेख में आपको दी जाएगी।

 यह जो महा सुदर्शन काढ़ा है, यह एक मेडिसिन है जिसे बहुत सारी आयुर्वेद की कंपनियां बनाती हैं। आप चाहे तो किसी भी अच्छी कंपनी का ले सकते हैं। इसे आप आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं या ऑनलाइन भी मंगा सकते हैं। 

क्या है महा सुदर्शन काढ़े के मुख्य घटक और फ़ायदे 

अगर इसमें इंग्रेडिएंट्स की बात करें, तो इस महा सुदर्शन क्वाथ काढ़ा में त्रिफला ऐड किया गया है और इसमें गिलोय, कुटकी, और जावित्री भी है। इस तरह से इसमें बहुत ही बेनिफिशियल इंग्रेडिएंट्स हैं। अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जिसे लगातार फीवर आ रहा है और वह एलोपैथिक मेडिसिन ले रहा है, जैसे कि पैरासिटामोल या एंटीबायोटिक, फिर भी फीवर कम नहीं हो रहा है और बार-बार आ रहा है, तो उस कंडीशन में डॉक्टर के द्वारा महा सुदर्शन काढ़ा दिया जाता है। अगर आप इसका यूज़ करते हैं, तो यह जड़ से आपके फीवर को ठीक करने में सक्षम होता है। चाहे आपको फ्लू हो, वायरल फीवर हो, या मलेरिया फीवर हो, किसी भी प्रकार का फीवर अगर लगातार आ रहा है, तो इस महा सुदर्शन क्वाथ काढ़ा का यूज़ करके आपको इससे छुटकारा मिल जाएगा।

महा सुदर्शन काढ़ा का उपयोग

  • अब अगर इसके फायदों की बात करें, तो देखिए महा सुदर्शन काढ़ा का उपयोग सभी प्रकार के बुखार में किया जा सकता है। बुखार में इसका काफी बढ़िया फायदा देखने को मिलता है। बुखार किसी भी प्रकार का हो, चाहे बुखार नया हो या पुराना, चाहे वह किसी भी प्रकार का वायरल फीवर हो या सर्दी से होने वाला बुखार हो, या मलेरिया हो, या फिर कोई भी अन्य तरह का बुखार हो, महा सुदर्शन काढ़ा का काफी बढ़िया फायदा देखने को मिलता है। 
  • भूख की कमी, वीकनेस यानी कमजोरी, सर दर्द, सर्दी, खांसी, बदन दर्द, जॉइंट्स यानी जोड़ों का दर्द, पीलिया, खून की कमी, इनडाइजेशन यानी अपच, गर्मी आदि हर तरह के लक्षणों को दूर करने में महा सुदर्शन काढ़ा का काफी बढ़िया फायदा देखने को मिलता है।
  •  किसी भी कारण से होने वाले बुखार में आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके सेवन से बुखार दूर होकर शरीर स्वस्थ होता है। 

इस प्रकार से इसके फायदे हैं। ओवरऑल, यह फीवर के लिए एक काफी अच्छी मेडिसिन है।अगर आपको जॉइंट की प्रॉब्लम है, पीलिया हो गया है, लीवर फंक्शन अच्छा नहीं रहता है, भूख कम लगती है, या डाइजेशन अच्छा नहीं रहता है, तो भी डॉक्टर के द्वारा महा सुदर्शन काढ़ा दिया जाता है। इसके अलावा, अगर आपको एनीमिया की प्रॉब्लम है, ब्लड की कमी है, या सर्दी-खांसी-जुकाम बना रहता है, तो भी आप इस काढ़े का यूज़ कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर फ्लू है, वायरल है, या टाइफाइड फीवर है, तो यह पूरी तरह से आपकी हेल्प करेगा।

कितनी मात्रा में लेना होता महा सुदर्शन काढ़ा?

अब अगर हम इसके डोज की बात करें, तो देखिए 15 से 30 एमएल तक आपको लेना है और आप दिन में दो बार तक ले सकते हैं। आप इसे खाना खाने के 15 से 20 मिनट बाद ले सकते हैं। 

अब बात करें कि आपको इसे किस तरह लेना है, तो जैसे कि अगर आप 15 एमएल ले रहे हैं, तो आपको उसमें उतना ही पानी, यानी 15 एमएल पानी मिलाकर लेना है। या फिर अगर आप 30 एमएल ले रहे हैं, तो आपको उसमें उतना ही पानी, यानी 30 एमएल पानी मिलाकर लेना है। कुछ इस प्रकार से आपको इसे लेना होता है। 

इसे मेल और फीमेल दोनों ही ले सकते हैं। अगर बात करें बच्चों की, तो बच्चे को देने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि यह डिपेंड करता है कि बच्चे की उम्र कितनी है। इसके अलावा, जो प्रेग्नेंट हैं, वे भी इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान अनावश्यक कोई भी मेडिसिन लेना सही नहीं होता। 

महा सुदर्शन काढ़ा के साइड इफेक्ट

अगर हम इसके साइड इफेक्ट की बात करें, तो इसका ऐसा कोई साइड इफेक्ट नहीं है, लेकिन फिर भी अगर आपको लेने के बाद किसी हेल्थ इशू का सामना करना पड़े, तो आप इसे लेना बंद भी कर सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं।

यह जो महा सुदर्शन काढ़ा है, यह आपको अलग-अलग ब्रांड में भी मिल जाएगा, जैसे कि यह डाबर का है। इसके अलावा, बैजनाथ का भी आता है और कई दूसरी कंपनियां भी इसको बनाती हैं। 

निष्कर्ष


आयुर्वेदिक उपचार में महा सुदर्शन काढ़ा एक अत्यंत लाभकारी औषधि है, जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में प्रभावी है। इसके प्रमुख घटक, जैसे त्रिफला, गिलोय, कुटकी, और जावित्री, इसे बुखार, पीलिया, जॉइंट पेन, भूख की कमी, और अन्य कई समस्याओं के इलाज के लिए एक शक्तिशाली टॉनिक बनाते हैं। यह काढ़ा सभी प्रकार के बुखार, चाहे वह वायरल, फ्लू, या मलेरिया से संबंधित हो, में राहत प्रदान करता है।

महा सुदर्शन काढ़ा का सेवन 15 से 30 एमएल की मात्रा में दिन में दो बार किया जा सकता है, और इसे भोजन के 15 से 20 मिनट बाद लिया जाना चाहिए। इसे पानी के साथ मिलाकर पीना चाहिए, ताकि इसका असर बेहतर हो। हालांकि, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

साधारणत: महा सुदर्शन काढ़ा के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते, लेकिन अगर सेवन के बाद कोई असुविधा महसूस हो, तो इसे लेना बंद कर देना चाहिए और डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। यह काढ़ा कई ब्रांडों में उपलब्ध है, जैसे डाबर और बैजनाथ, और आप इसे आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।

इस प्रकार, महा सुदर्शन काढ़ा एक प्रभावी और सुरक्षित आयुर्वेदिक उपाय है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान कर सकता है, बशर्ते इसे सही तरीके से और उचित सलाह के साथ लिया जाए।

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