एक ऐसी मेडिसिन जो बहुत ही नॉर्मल प्राइस में मिलती है, नेचुरल है, आयुर्वेदिक है, पूरी तरह से नेचर से मिलती है, और आसानी से उपलब्ध है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है और लगभग 99 प्रतिशत लोग इसे कंज्यूम कर सकते हैं। एक प्रतिशत रियली कुछ लोग ऐसे होंगे जिन्हें इससे कुछ दिक्कत हो सकती है, लेकिन 99% लोग इसे कंज्यूम कर सकते हैं और 99% लोगों को इसके क्लीनिकल और मेडिकल हेल्थ रिलेटेड बेनिफिट्स होते हैं। इसके चमत्कारिक फायदे हैं, बहुत ही ड्रैमेटिकल मैं कहूंगा। मैंने यह ईसबगोल से बेस्ट प्रोबायोटिक, लैगेटिव्स, डाइजेस्टिव मेडिसिन और लाइफस्टाइल प्रॉब्लम्स को डिलीट करने वाली नेचुरल दवा अपनी लाइफ में इस्तेमाल की है।
जितने भी गैस्ट्रोएंटरोलॉजी हैं, जितने भी मेटाबॉलिक पोजीशंस हैं, जितने भी लाइफस्टाइल फिजिशियन हैं, लेफ्ट-राइट, यह ईसबगोल आपको प्रेस करते हैं और किसी न किसी फॉर्म में मैक्सिमम कंज्यूम किया जाता है। दुनिया भर में ईसबगोल का कंजम्प्शन एक बड़े लेवल पर है और भी रहा है, क्योंकि इसके क्लीनिकल बेनिफिट्स बहुत ही कमाल के हैं।
सबसे पहले बात है कि यह ईसबगोल क्या है। ईसबगोल एक नेचुरल प्लांट है, जैसे गेहूं की बीसी होती है और दूसरे प्लांट की भी होती है। तो ईसबगोल भूसी है, यानी पेट है और बी है, लेकिन इसकी भूसी एक फाइबर है।
ईसबगोल का सही उपयोग
- यह ईईसबगोल कब लिया जाए, कितना लिया जाए, किस कंपनी का लिया जाए? देखो, दुनिया भर में, खासकर एशिया में, दो कंपनियाँ हैं: एक डाबर और एक आपका टेलीफोन ब्रांड। तो ये दो ब्रांड बहुत अच्छे हैं, और आप इन दोनों की ईसबगोल ले सकते हैं।
- यह ईसबगोल को आप जो उसका नेचुरल दरदरा पाउडर है, वही लें। बारिक पाउडर पीस हुआ न लें, क्योंकि यह ईसबगोल बहुत सारे कॉम्बिनेशन ऑफ पाउडर्स में आपको मिल जाएगा। लेकिन कॉम्बिनेशन नहीं लेना है, फ्लेवर्ड नहीं लेना है। नेचुरल ईसबगोल लेना है जो व्हाइट है।
- अब दूसरे नंबर पर सवाल आता है कि इसे कब लिया जाए। सबसे सही तरीका है कि आप आफ्टरनून में या रात को सोने से 10 मिनट पहले, एक से दो चम्मच ईसबगोल डेली कंज्यूम कर लें। दूसरा तरीका है कि आप फैट फ्री मिल्क यानी डबल रोड या गेहूं का दूध, जिसकी मलाई उतार के गाढ़ा कर लें, उसमें एक से दो चम्मच डालें। हल्के गुनगुने दूध में डालकर कंज्यूम कर लें। यह खीर की तरह फूल जाता है।
- आप इसे लोग दूसरे अनाजों में मिलाकर, दलिया में डालकर, या दूसरी चीजों में भी मिक्स करके कंज्यूम कर सकते हैं। लेकिन मैं आपको एक एडवाइस दूंगा कि ईसबगोल को कभी भी कॉम्बिनेशन में या दूसरी चीजों के साथ मिक्स करके ना लें, इससे कई बार कांस्टिपेशन कम होने की बजाए, कांस्टिपेशन ज्यादा हो जाता है।
- अब दूसरे लेवल पर आता है कि इसे कितने दिन तक खा सकते हैं। जो लोग ओबेस हैं, जिनको फटी लिवर है, जो मोर दें 40 हैं, जिनको डायबिटीज है, गैस्ट्रिक अल्सर है, इनडाइजेशन है, कांस्टिपेशन है, या कोई दिमाग की बीमारी है, या बॉडी में बर्निंग सेंसैशन होती है, वे लोग इसे नियमित रूप से कंज्यूम कर सकते हैं। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है, लेकिन जनरली आपको इसे मेडिकल यूज के लिए एक से तीन महीने कंज्यूम करना चाहिए।
- इसके बाद यदि आपको आवश्यकता हो तो आप इसे जारी रख सकते हैं। सब लोग ले सकते हैं, और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
इसके क्लीनिकल मेडिकल बेनिफिट्स क्या हैं?
- इसके क्लीनिकल मेडिकल बेनिफिट्स क्या हैं, उसे हम समझ लेते हैं। देखो, सबसे पहले बात यह है कि यह आपकी गैस्ट्रिक पीएच को मैनेज करने में मदद करता है। यदि पेट के अंदर ज्यादा एसिड इनफॉरमेशन होता है, आपके यूरिन का एनवायरनमेंट बहुत ज्यादा एसिडिक है, तो इसे न्यूट्रलाइज करने में, नॉर्मल करने में यह ईसबगोल मदद करता है।
- यह ईसबगोल एसिड, गंदगी, और टॉक्सिंस को अब्जॉर्ब कर लेता है और स्टूल के साथ बाहर निकाल देता है। तो डिटॉक्सिफिकेशन के साथ-साथ पीएच मैनेजमेंट और अल्सर हीलिंग में भी इसका एक बहुत इंपॉर्टेंट रोल है।
- दूसरे नंबर पर, कांस्टिपेशन को रिड्यूस करता है, और स्टूल के पैसेज को आसानी से करने में मदद करता है। यानी आराम से स्टूल पास कर जाते हैं और आपको पेन, बर्निंग सेंसैशन, या स्टीपनेस महसूस नहीं होती।
- इनडाइजेशन को रिड्यूस करता है। यदि आपको बहुत ज्यादा इनडाइजेशन है, तो यह ईसबगोल आपके लिए है। यदि कोलोन कैंसर का रिस्क है, तो यह ईसबगोल 50% तक रिड्यूस कर देता है। और एक लेटेस्ट स्टडी के अनुसार, यदि आप इसे नियमित रूप से कंज्यूम करते हैं, तो कोलोन कैंसर का रिस्क 75% तक कम हो जाता है।
- यह डिटॉक्सिफिकेशन को प्रमोट करता है, आपके पैनक्रियाज, इंसुलिन, किडनी और लिवर के फंक्शन को रेगुलेट करता है, और इंसुलिन को सेंसटाइज बनाता है जिससे शुगर लेवल नॉर्मल रहता है।
- चेस्ट बर्न और हार्ट बर्न में यह ईसबगोल बहुत मदद करता है। बहुत सारे लोगों को रेगुलर चेस्ट बर्न और हार्ट बर्न की समस्या रहती है, और जो लोग स्मोक करते हैं, उनके लिए यह ईसबगोल अमृत की तरह काम करता है।
- इसके अलावा, यह आपकी लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण होने वाले मेटाबॉलिक चेंज को 50% तक कम करता है, जिससे मोटापा, फटी लिवर, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, और थायरॉयड जैसी प्रॉब्लम्स का रिस्क कम होता है।
- यह ब्लड शुगर को मैनेज करने में और रिड्यूस करने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीज इसे 24 घंटे में एक बार, ग्राम पानी में दो चम्मच, या फैट फ्री मिल्क में दो चम्मच इस्तेमाल करें। आप देखेंगे कि आपका शुगर लेवल जल्दी कम होगा और फैट भी रिड्यूस होगा, जिससे आप काफी एनर्जेटिक महसूस करेंगे
- प्रोबायोटिक बैक्टीरिया की ग्रोथ को प्रमोट करता है और एनवायरनमेंट को नॉर्मलाइज करता है। यह एसिडिक एनवायरनमेंट को न्यूट्रलाइज करके, अच्छी नींद को प्रेरित करने में भी मदद करता है।
- ये ईसबगोल 100 से ज्यादा डिजीज में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट फायदा देता है। लगभग 15 बीमारियों में इसका क्लीनिकल डाटा से प्रूफ हो गया है कि यह ईसबगोल एक बेस्ट मेडिसिन है।
यह ईसबगोल लाइफस्टाइल प्रॉब्लम्स के लिए एक बहुत ही अच्छी दवा है। तो आप ईसबगोल खाकर, कई दवाइयों के लोड से बच सकते हैं। डॉक्टर के पास चक्कर लगाने से बच सकते हैं। आप अपनी हेल्थ को ईसबगोल, फाइबर, एक्सरसाइज, लिक्विड डायट, और अच्छी नींद लेकर ठीक कर सकते हैं।