Gall bladder stone hindi me Gall bladder stone hindi me

पित्त की थैली और गॉलब्लेडर स्टोन: जानिए गॉलस्टोन्स के बारे में हिंदी में

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आइए सबसे पहले यह जानते हैं कि गॉल ब्लैडर यानी पित्त की थैली होती क्या है और इसका बॉडी में फंक्शन क्या है। हमारा पित्ताशय शब्द लीवर के निचले हिस्से में स्थित होता है और यह ग्रंथि यानि कि बैग की तरह है जिसकी कैपेसिटी लगभग 3250 ML है। इसका काम है लीवर में तैयार होने वाले पित्त(Bile )को इकठ्ठा करना और इसे आगे की पाचन प्रक्रिया(Digestion ) के लिए भेजना। पित्त की पथरी यह सबसे ज्यादा कॉमन प्रॉब्लम है। पित्त की पथरी दूसरी सबसे ज्यादा कॉमन डाइजेस्टिव प्रॉब्लम बन चुकी है।

पित्ताशय में पथरी बनना इसके कई कारण हो सकते हैं। हमें यह देखना है कि पित्ताशय में पथरी होना किस देश में सबसे ज्यादा है और इससे लक्षण हो सकते हैं जिससे कि हम समय पर पहचान सकें। पित्ताशय में पथरी होनी आमतौर पर महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है। मेडिकल टर्मिनोलॉजी में इसे ‘फीमेल फोरटी’ कहा जाता है कि मोस्ट कॉमनली एडियो क्वालिटी इन फीमेल पेशंट्स है।

Gall bladder stone के लक्षण

  • अब जानते हैं कि पित्ताशय की पथरी से कौन-कौन से सिम्प्टम्स हो सकते हैं। इसके लक्षणों में पेट में दर्द होना, पेट का भारीपन होना, और मसाले वाली चीजें खाने से पेट फूलना शामिल हैं। पेट फूलना खासकर दाहिने साइड में ऊपर की तरफ होना, पेट का दर्द होना और दर्द का राइट साइड की तरफ रेडियेट होना, या फिर शोल्डर की तरफ फैलना पित्ताशय की पथरी का एक बहुत कॉमन लक्षण है।
  • जब यह दर्द ज्यादा होता है, हम इसे गॉल ब्लैडर स्टोन पैन अटैक के नाम से जानते हैं जो कभी भी हो सकता है, लेकिन यह ज्यादातर फैटी यानी तेल-मसाले वाली चीजें खाने के बाद होता है और लगभग दो से तीन घंटे बाद आता है और लगभग चार या पांच घंटे तक रह सकता है। यह पेन बहुत तेज़ होता है और इसके साथ में उल्टी या फिर मतली होना बहुत कॉमन है।
  • अगर पित्ताशय पथरियों से भर जाए या किसी भी पाइप में ब्लॉकेज  हो जाती हैं, तो इसके कुछ और लक्षण भी हो सकते हैं जैसे कि जौंडिस यानी पीलिया और त्वचा का पीला होना हो सकता है। यह तब होता है जब पित्ताशय की पथरी का पत्थर बाल डक्ट में फंस जाता है और उस बाइल डक्ट को लॉक करता है। कभी-कभार यह स्टोन नीचे जाकर पैंक्रियास के ओपनिंग को भी ब्लॉक कर सकता है और इससे पित्ताशय से होने वाला सबसे सीरियस कॉम्प्लिकेशन हो सकता है जिसे बाईलरी पैंक्रिटाइटिस के नाम से जानते हैं।
  • अगर बाईलरी पैंक्रिटाइटिस होता है तो पेन काफी ज्यादा हो सकता है।
  • एक बहुत इंपोर्टेंट सवाल यह आता है कि अगर पेट में दर्द है, बदहजमी है, एसिडिटी है तो क्या डॉक्टर को कंसल्ट करना हर केस में जरूरी है? तो जवाब है नहीं। अगर माइल्ड एसिडिटी या कोई हैवी खाना खाने के बाद पेट में पेट फूलना या बदहजमी हो, तो यह काफी कॉमन है। इसके हर पेशंट को डॉक्टर के पास आने की जरूरत नहीं है, लेकिन डेफिनेटली अगर आपको एक हफ्ते में दो से तीन बार से ज्यादा यह प्रॉब्लम हो रही है या फिर आपके सिम्प्टम्स वर्ड्स होते जा रहे हैं यानी उसकी इंटेंसिटी ज्यादा होती जा रही है, तो डेफिनेटली ऐसे सिम्प्टम्स को इग्नोर करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • आपको जल्द से जल्द एक गैस्ट्रो स्पेशलिस्ट की सलाह लेना जरूरी है और इससे जुड़े जो भी इन्वेस्टिगेशन हैं, उन्हें करवाना जरूरी है। हो सकता है कि आपको पित्त की पथरी हो और उसे ट्रीटमेंट की जरूरत हो।

Gall bladder stone में ध्यान रखने योग्य बातें और कब होती है सर्जरी की ज़रूरत 

जब मरीज के गॉल ब्लैडर के अंदर पथरी का आकार बढ़ने लगता है, तो उसकी वजह से वहां पर इन्फ्लेमेशन हो जाता है। बार-बार इंफ्लेमेशन होने से वहां पर इंफेक्शन भी होने का खतरा बढ़ जाता है। जब ये बार-बार इंफ्लेमेशन और इंफेक्शन गॉल ब्लैडर के अंदर होता है, तो मरीज को जी मिचलाना और उल्टियां होने लगती हैं, और साथ ही बहुत तेज पेट दर्द होता है, खासतौर से पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में। यहां पर यह दर्द नीचे की तरफ, ऊपर की तरफ, या शोल्डर की तरफ भी हो सकता है। ये लक्षण गॉल ब्लैडर स्टोन के होते हैं। लेकिन अगर ये चीजें बार-बार होने लगती हैं, तो आपको कॉम्प्लिकेशंस से बचने के लिए या जान के खतरे को बचाने के लिए सर्जरी करना बहुत जरूरी हो जाता है।

मगर सर्जरी के बाद इसके कुछ दुष्प्रभाव और कॉम्प्लिकेशंस भी होने लगते हैं।  गॉल ब्लैडर स्टोन रिमूवल या गॉल ब्लैडर की सर्जरी के बाद कौन-कौन सी परेशानियाँ होती हैं, कौन-कौन से कॉम्प्लिकेशंस होते हैं, आपको सर्जरी के बाद कौन-कौन सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए और आप इन कॉम्प्लिकेशंस को या परेशानियों को कैसे दूर कर सकते हैं।

सर्जरी के बाद बहुत सारे मरीजों में और 24 घंटे के अंदर ही पेट के अंदर गैस बनना और पेट में दर्द शुरू हो जाना एक आम लक्षण होता है। कई बार मरीज को अस्पताल से छुट्टी होने के बाद भी दर्द होता है, जिससे वह सवाल करता है कि गॉल ब्लैडर रिमूव करने के बाद भी क्यों बार-बार उसी जगह पर दर्द हो रहा है। इसका कारण यह होता है कि जब गॉल ब्लैडर रिमूव हो जाता है, तो जितना भी बाइल जूस पहले इस पित्त की थैली में इकट्ठा होता था, वह अब सीधे आंत में गिरने लगता है। अब उसकी कोई निर्धारित क्वांटिटी नहीं रहती क्योंकि गॉल ब्लैडर निकल चुका है। बाइल जूस बार-बार जल्दी-जल्दी बनने लगता है और सीधे आंत में चला आता है। इससे भोजन ठीक से पचता नहीं है और पेट दर्द शुरू हो जाता है।

  • इससे बचने के लिए शुरुआती दिनों में तरल भोजन का इस्तेमाल करना चाहिए, जैसे दाल का पानी, नारियल का पानी, या जूस।
  •  बिल्कुल चिकनाई वाले तले हुए भोजन से बचना चाहिए।
  •  ऐसा भोजन करें जो धीरे-धीरे पच जाए और फाइबर की मात्रा ज्यादा हो, जैसे कि सब्जियाँ, फल, और अनाज।
  • अगर आप जल्दी-जल्दी थोड़ा-थोड़ा भोजन खाते हैं, तो गैस बनने की समस्या कम हो जाएगी।

दूसरा सबसे बड़ा कारण कब्ज होता है। सर्जरी के बाद आमतौर पर कब्ज हो जाती है और कई बार अस्पताल से छुट्टी के बाद भी कब्ज रहती है। कब्ज का मुख्य कारण होता है कि दवाइयाँ, जैसे कि नशे की दवाइयाँ और अन्य दवाइयाँ, कब्ज पैदा कर सकती हैं। यदि कब्ज लंबे समय तक रहती है, तो आपको ध्यान देना चाहिए और ऐसी डायट का इस्तेमाल करना चाहिए जो जल्दी पेट साफ करे, जैसे अधिक फाइबर वाले भोजन, बीन्स, सब्जियाँ, और फल।

तीसरा सबसे बड़ा कॉम्प्लिकेशन होता है घाव का जल्दी ठीक न होना, घाव में इंफेक्शन हो जाना, और अगर इंफेक्शन शरीर में फैल जाता है, तो तेज बुखार आ सकता है। ऐसी हालत में आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यदि इंफेक्शन लोकलाइज्ड रहता है, तो आपको डेली ड्रेसिंग करने की जरूरत है और ड्रेसिंग एंटीसेप्टिक कंडीशंस में करनी चाहिए।

चौथा कॉम्प्लिकेशन कोलाइडर (कॉमन बाइल डक्ट) में इंजरी हो सकती है, जिससे बाइल लीक हो जाता है। अगर बाइल लीक होता है, तो पेट में इन्फेक्शन और पेरिटोनाइटिस हो सकता है।

पांचवां कॉम्प्लिकेशन इंसीजनल हर्निया होता है। ओपन सर्जरी के दौरान मसल्स कमजोर हो जाती हैं और हर्निया हो सकता है। अगर इंसीजनल लाइन पर बेल्जिंग उभरती है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

सर्जरी के बाद खून का थक्का जमने की संभावना भी होती है, जो पल्मोनरी एंबॉलिज्म का कारण बन सकती है। इसके अलावा, कुछ मरीजों को पोस्ट सर्जरी ब्लड शुगर बढ़ने या मूड स्विंग्स का सामना करना पड़ सकता है।

गॉल ब्लैडर में पथरी एक आम समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है और इसके लक्षणों में पेट दर्द, सूजन, और मतली शामिल हो सकते हैं। समय पर पहचान और उचित इलाज न होने पर यह गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे कि पीलिया या पैंक्रियास में सूजन। यदि आपको इन लक्षणों का सामना करना पड़ रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। सर्जरी के बाद, मरीजों को पेट दर्द, कब्ज, और अन्य जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। उचित खानपान और सावधानी बरतकर इन समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है, और डॉक्टर की सलाह से सही इलाज प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।

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