भारत में पानी के बाद अगर कोई सबसे ज्यादा चीज पी जाती है तो वह है चाय। वैसे तो चाय कई प्रकार की होती है, लेकिन आमतौर पर दूध की चाय सबसे ज्यादा पी जाती है। और एक सर्वे के अनुसार भारत की 64% आबादी चाय का सेवन करती हैं। ज्यादातर लोग अपनी सुबह की शुरुआत चाय के साथ करते है और कई लोगों की तो नींद भी सिर्फ़ चाय से ही दूर होती है। और ऐसा होगा भी क्यों नहीं क्योंकि चाय ताजगी का एहसास जो कराती है। यही नहीं घर में कोई मेहमान आया हो, आप किसी से मिलने गए हो, ऑफिस में कोई क्लाइंट आ गया हो, काम से ब्रेक लिया हो या चाहे नींद ही क्यूं नही आ रही हो चाय हर जगह चाहिए।
और हैरानी की बात तो यह है कुछ लोग, अगर कुछ कर भी नहीं रहे फिर भी उन्हें बैठे-बैठे चाय चाहिए। कई लोग तो सुबह से शाम तक पता नहीं कितनी ही बार चाय का सेवन कर लेते हैं। हालांकि चाय पीना शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन आप यह भूलने की भी गलती ना करें की यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। तो आईए जानते हैं, दूध की चाय पीने के फायदे और उसके नुकसान।
दूध की चाय से होंने वाले लाभ
हैल्थ का रखे ध्यान
चाय पत्ती में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं, जिसका अगर हम दूध के सेवन करते है तो, हृदय के लिए काफ़ी लाभदायक होता हैं। साथ ही ये हमारे शरीर में एंटीकैंसर प्रभाव डाल सकते हैं।
हड्डियां करे मजबूत
दूध की चाय हड्डियों को भी मजबूत बनाने में योगदान प्रदान करती है। दरअसल, चाय में फाइटोकेमिकल्स (photochemicals) नाम का केमिकल पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत करता है और घटिया रोग होने का खतरा भी कम कर सकता है। साथ ही चाय में फ्लेवोनोइड्स (flavonoids) से पदार्थ भी होते हैं जो हड्डियों की density को बनाए रखने में मदद करते हैं।
और दूध की चाय होने के कारण दूध में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों के लिए सबसे फायदेमंद चीज है। इसके अलावा इसमें विटामिन डी भी होता है जो कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाता है और यह हड्डियों की समस्या को रोकने के लिए काफी जरूरी है।
स्ट्रेस को कम करती है चाय
आप लोगों ने भी कई बार नोटिस किया होगा कि जब लोग काम से थक जाते है, या तनाव में होते है तो वे चाय पीना ज्यादा पसंद करते हैं। और ऐसा होता भी है, क्योंकि चाय पीने के बाद इंसान फ्रेश फील करने लगता है। एक कप दूध की चाय आपके स्ट्रेस को कम करने में बहुत मदद करती है, साथ ही आपका मूड को भी बेहतर बना सकती है। दरअसल, एल-थीनिन नामक एक पदार्थ जो चाय में पाया जाता है, वो स्ट्रेस को कम करने के लिए फायदेमंद होता है। इसी कारण चाय पीने के बाद कई लोगों को ताजगी का एहसास होता है।।
दुध की चाय से वज़न को करे कंट्रोल
दूध की चाय आपका वजन पर भी काफी प्रभाव डालती है, यह न सिर्फ आपका वजन को घटाती है बल्कि बढ़ा भी सकती है। चाय में पाया जाने वाला कैटेचिन एक प्रकार का फ्लेवोनॉइड है, जो शरीर की मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाकर वजन कम करने में लोगों की मदद कर सकता है। मेटाबॉलिक रेट बढ़ने से आपके शरीर की कैलोरीज बर्न होती है, जिससे आपका वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है।
स्किन डैमेज होने से रोक
ज्यादातर लोगों को काम के कारण बाहर रहना पड़ता है, जिससे उन्हें धूप का सामना करना पड़ता है, खराब मौसम का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में हमारे शरीर की स्किन काफी डल हो जाती है, और डेड होनी शुरू हो जाती है। वही खराब खान पान और स्ट्रेस के कारण भी स्क्रीन से संबंधित कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में चेहरे पर झुर्रियां और स्किन पर महीन रेखाएं भी दिखने लगती है। लेकिन दूध की चाय में पाया जाने वाला अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (AHA) लैक्टिक एसिड आपके छिद्रों (Pores) को साफ करता है और स्किन पर जमा होने वाले और पिंपल्स पैदा करने वाले बैक्टीरिया को हटाता है। इससे स्किन काफी चमकदार होती है और साथ ही हेल्थी भी होती है।
दुध की चाय से होने वाले नुकसान
दूध की चाय वैसे तो शरीर के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन किया जाता है तो इससे आपके शरीर को काफी नुकसान भी पहुंच सकता है। इसलिए हमेशा ध्यान रखें दूध की चाय का सेवन अत्यधिक मात्रा में ना करके कम मात्रा में इसका सेवन करें। साथी ही इसमें अदरक, इलायची जैसी चीजों को मिलाकर पीना चाहिए, क्योंकि इनमें काफी न्यूट्रिएंट्स होते हैं।
गैस्ट्रिक प्रॉबलम
जिन लोगों के पेट में अक्सर गड़बड़ रहती है जिन्हें गैस्ट्रिक से संबंधित कोई समस्या रहती है, तो उन लोगों को चाय से दूर रहना चाहिए। दरअसल, दूध वाली चाय में मौजूद डेयरी पदार्थ से सूजन, गैस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा चाय में मौजूद कैफीन की मात्रा डिहाइड्रेशन में योगदान कर सकती है, जो constipation का कारण बन सकती है।
स्लीपिंग प्रॉब्लम्स
अगर आप नींद नहीं लेना चाह रहे तो, चाय पीजिए यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित रहेगा। लेकिन अगर आपको नींद की समस्या है और नींद नहीं आ रही है तो चाय से आपको दूर रहना चाहिए। दूध वाली चाय में मौजूद कैफीन आपके नींद लेने के शेड्यूल को डिस्टर्ब कर देता है, जिससे फिर सोने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इसमें मोजूद चीनी से ये इफेक्ट और ज्यादा बढ़ जाता हैं।
वजन बढ़ने का कारण बन सकती है दुध वाली चाय
जैसा कि आपने ऊपर फायदों में देखा की दूध की चाय वजन घटाने में सहायक होती है, लेकिन इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो यह बढ़ाने में भी जिम्मेदार हो सकती है। चाय में मौजूद चीनी के कारण, इसमें कैलोरी की मात्रा और ज्यादा बढ़ जाती है। एक कप दूध वाली चाय में एवरेज 100-150 कैलोरी होती है। ऐसे में यदि कोई दिन भर में कई बार चाय का सेवन करता है तो कैलोरीज का लेवल बढ़ जाता है और बॉडी एक्टिविटी सही से बैलेंस नहीं कर पाती है, जिसके कारण आपका वजन बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
वैसे तो दुनिया भर के कई देशों में चाय का सेवन किया जाता है लेकिन भारत में इसकी मात्रा काफी ज्यादा है। जैसा कि आपको पता चला दूध की चाय के काफी फायदे हैं लेकिन साथ-साथ में इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। लेकिन आपको यह निर्णय लेना होगा है, कि आपको कितनी मात्रा में चाय का सेवन करना है और यह आपके लिए सही है या नही। साथ इस बात का ध्यान रखें की दूध की चाय का सेवन व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी अलग-अलग प्रभाव डाल सकता है। यदि आपको दूध से किसी भी प्रकार की कोई समस्या है, तो दूध की चाय आपके लिए बिल्कुल भी उचित नहीं हो सकती है।