Bawasir ka ilaj Bawasir ka ilaj

बावासीर का रामबाण इलाज : दर्द से छुटकारा पाएं

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क्या आप बवासीर के दर्द और असुविधा से परेशान हैं? इस समस्या के साथ जीना न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ा सकता है। बवासीर, जिसे पाइल्स, हेमोरॉइड्स या मूलव्याधि कहते हैं, दर्द, खुजली, और खून बहने जैसी समस्याओं के साथ आती है जो आपकी दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित कर सकती हैं। अगर आप मल त्याग के दौरान या लंबे समय तक बैठे रहने पर दर्द महसूस करते हैं, या गुदा क्षेत्र में खुजली और सूजन की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको यह जानना जरूरी है कि कैसे इन लक्षणों को समझें और सही इलाज पाएं।

यहां समझें बवासीर के मुख्य लक्षण 

 इस गंभीर स्थिति के बारे में जानिए और सही कदम उठाइए, ताकि आप दर्द और असुविधा से जल्द राहत पा सकें। बवासीर, जिसे पाइल्स, हेमोरॉइड्स या मूलव्याधि भी कहते हैं, एक गंभीर और आम समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। इसके लक्षणों में दर्द और असहजता शामिल हैं, खासकर अगर बवासीर बाहरी हों, जो मल त्याग के दौरान या लंबे समय तक बैठे रहने पर बढ़ सकते हैं। खुजली भी एक सामान्य लक्षण है, जो गुदा क्षेत्र में स्थायी हो सकती है और राहत पाना कठिन हो सकता है। मल त्याग के दौरान या बाद में खून बहने की समस्या भी हो सकती है, जो शौचालय कागज पर या शौचालय बाउल में दिखाई दे सकता है। इसके अलावा, गुदामार्ग के आसपास गांठ या सूजन महसूस हो सकती है, जो मल त्याग के बाद पोंछाई करने पर अधिक स्पष्ट हो जाती है। 

क्या बवासीर का ऑपरेशन है सही ऑप्शन?

बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने पाइल्स का ऑपरेशन किया है, लेकिन बावजूद इसके उनको तकलीफ हो जाती है। सो ऑपरेशन फेल नहीं हुआ है, डॉक्टर ने ऑपरेशन तो अच्छा किया, लेकिन कुछ परहेज आपने मिस कर दी। सो कौन-कौन से परहेज हैं? क्योंकि पाइल्स यह लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर है। हमारे खानपान में अगर बदलाव हो जाए तो यह बीमारी बढ़ सकती है। सो क्या-क्या चीजें आपने नहीं खानी चाहिए? आइए फटाफट समझते हैं।

बवासीर में रखें खान पान का ख़ास ध्यान

  • नंबर एक पर है चाय या कॉफी। कुछ लोगों को बहुत ज्यादा चाय या कॉफी पीने की आदत होती है, लेकिन याद रखिए, चाय में कैफीन होता है जो आपके पेट में एसिडिटी को बढ़ा देता है। और इसीलिए बवासीर के मरीजों को चाय या कॉफी नहीं पीनी चाहिए। अगर बहुत ज्यादा तकलीफ है, तो कुछ दिनों के लिए बंद करिए, या फिर दिन में सिर्फ एक बार चाय पीजिए। 
  • अगर आपको तकलीफ कम हो, तो नंबर दो मिर्च। जी हां, ज्यादा मिर्च आपके लिए तकलीफ दायक हो सकती है, वह फिर हरी मिर्च हो या लाल मिर्च हो। क्योंकि मिर्च से क्या होगा? मिर्च का ज्यादा सेवन करने से जलन बढ़ेगी, बर्निंग बढ़ जाएगी, और जिसकी वजह से आपको दर्द की समस्या बढ़ सकती है, दर्द का सामना करना पड़ सकता है। और इसीलिए, अगर आपको ज्यादा तकलीफ है, तो कुछ दिनों के लिए मिर्च बंद करिए। तकलीफ कम है, तो डॉक्टर की सलाह से कम प्रमाण में आप मिर्च खा सकते हैं, लेकिन अगर आपको तकलीफ ज्यादा है, तो बिल्कुल भी नहीं खाना है।
  • तीन नंबर पर है मसालेदार खाना। जी हां, आजकल सभी को आदत है बाहर जाकर खाना खाने की। तो बाहर जो आप खाना खाते हैं, वह टेस्ट के लिए बनाया जाता है, उसमें मसाले बहुत ज्यादा मात्रा में यूज किए जाते हैं। साउथ इंडियन अगर आपको पसंद है, उसमें भी बहुत ज्यादा मसाले होते हैं। तो आपको याद रखना है, बहुत ज्यादा मसाले की चीजें नहीं खानी हैं। मसालों की चीजों से क्या होगा? आपके पेट में एसिडिटी बढ़ जाएगी, और गैसेस की समस्या बढ़ जाएगी, आपका पाचन बिगड़ जाएगा, और बवासीर की अगर आपको तकलीफ है, तो वह भी बढ़ सकती है। 
  • नंबर चार पर है धुम्रपान और शराब का सेवन। जी हां, शराब का सेवन और धुम्रपान आपको गैस्ट्राइटिस की समस्या को बढ़ा सकता है। और जिसकी वजह से आपकी जो पेट की दीवारें होती हैं, वह इन्फ्लेम हो जाती हैं। वहां पर इंफ्लेमेशन होने की वजह से, या यूं कहे कि सूजन की वजह से, आपका डाइजेशन बिगड़ जाता है, कब्स की समस्या बढ़ जाती है, और आपके गुदा मार्ग में जो ब्लड वेसल्स होती हैं, वहां पर भी रक्त स्त्राव बढ़ जाने की वजह से आपको बहुत ज्यादा तकलीफ बढ़ सकती है। और इसीलिए शराब का सेवन आपने नहीं करना चाहिए। धुम्रपान स्पेशली आपने अवॉइड करना चाहिए। साथ ही याद रखिए, कोल्ड ड्रिंक्स भी आपने नहीं पीने हैं।
  • पांच नंबर पर है बेकरी के उत्पादन। जी हां, यह आपके लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक हो सकते हैं, क्योंकि इसमें रिफाइंड ऑयल यूज किया जाता है। जैसे ब्रेड है, केक है, पेस्ट्री है। इन सब की वजह से आपकी कब्स की समस्या बढ़ेगी, और पाइल्स की समस्या भी बढ़ जाएगी। 
  • नंबर छह पर है प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ। जी हां, जिसमें बहुत ज्यादा प्रमाण में प्रोटीन है, ऐसे चीजों को भी आपने टालना चाहिए। कुछ दालों को भी आपने टालना चाहिए। जैसे मसूर की दाल हो गई, या कई प्रकार की ऐसी दालें हैं जिनमें प्रोटीन का प्रमाण ज्यादा होता है, और जिसकी वजह से आपको कब्ज होगा। साथ ही आपका जो पेट है, उसमें जलन भी महसूस हो सकती है, लैट्रिन की जगह पर भी आपको जलन महसूस हो सकती है।
  • सात नंबर पर है अधिक वसा यानी फेट युक्त खाद्य पदार्थ। जो आपके लिए काफी नुकसानदायक है, जिससे आपके पेट में दर्द या लैट्रिन की जगह पर दर्द होगा, कब्ज बढ़ेगा, और समस्या बढ़ सकती है।

क्या खाना होगा बेहतर बवासीर में?

तो अब सवाल यह उठता है कि इन सब चीजों को हमें अगर नहीं खाना है, तो भाई खाए क्या? तो चलिए जानते हैं उन छह चीजों के बारे में।

  •  सबसे पहली जो चीज है, वह है हरी पत्तेदार सब्जियां। जी हां, आपने अपने डाइट में ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। इसमें फाइबर्स होते हैं जो आपके लिए बहुत फायदेमंद है। 
  • नंबर दो पर है पानी। जी हां, पानी ज्यादा से ज्यादा पीजिए। जी हां, रोजाना आपने कम से कम तीन से 4 लीटर पानी पीना चाहिए, जो आपके शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। साथ ही आपको मल त्याग करने में भी जो दिक्कत है, वह भी सॉल्व हो जाती है। तो ज्यादा से ज्यादा पानी आपने पीना चाहिए।
  •  नंबर तीन पर है ताजे फल। जी हां, ताजे फल आपने रोजाना खाना चाहिए, और जितना हो सके छिलके के साथ आपने फल खानी चाहिए, क्योंकि छिलकों में अधिक मात्रा में फाइबर्स होते हैं, और फलों में मौजूद जो पोषक तत्व हैं, वो तो डेफिनेटली आपके लिए फायदेमंद हैं। आपकी शक्ति को बढ़ाएंगे, साथ ही आपका डाइजेशन भी मजबूत करेंगे। आपको कब्ज की समस्या नहीं होगी, आपको लैट्रिन की जगह पर जो सूजन है, वह भी कम हो जाएगी, और काफी अच्छा आप महसूस करेंगे। तो सभी प्रकार के फल आपको खाने हैं। जो अवेलेबल हैं, वह सभी फल आप खा सकते हैं। आप सेव खा सकते हैं, आप अंगूर खा सकते हैं, स्ट्रॉबेरी खाइए, संतरा खाइए। इन सभी फलों को आपने बवासीर में जरूर खाना चाहिए।
  • नंबर चार पर है अंकुरित अनाज। जिसमें विटामिन सी होता है, कैल्शियम होता है, और प्रोटीन्स भी होते हैं। और अंकुरित अनाज आपने एक कप रोजाना खा सकते हैं।
  •  पांच नंबर पर है साबुत अनाज और चौकर युक्त अनाज। जी हां, आपको मल त्याग करने में आसानी हो इसके लिए, बड़ा फायदेमंद होता है। आप ब्राउन राइस खा सकते हैं, ओट मल भी आप ले सकते हैं, होल ग्रेन्स आपने जरूर, जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। आपके लिए काफी फायदेमंद यह साबित होगा। 
  • छह नंबर पर छाछ और दही। जी हां, छाछ और दही बवासीर में काफी लाभदायक होता है। आपके पाचन क्रिया को बहुत अच्छा करता है, आपके रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है, और साथ ही छाछ या दही में प्रोबायोटिक्स भी होते हैं, जो आपके डाइजेस्टिव सिस्टम पे, या यूं कहे कि लैट्रिन की जगह पर जो सूजन आती है या जो संक्रमण होता है, उसे लड़ने में भी काफी फायदेमंद होता है।

बवासीर, या पाइल्स, एक अत्यंत कष्टकारी स्थिति हो सकती है जो न केवल शारीरिक दर्द और असुविधा पैदा करती है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ाती है। इसके लक्षणों में दर्द, खुजली, खून बहना और सूजन शामिल हैं, जो दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकते हैं। सही समय पर पहचान और उपचार से आप इस समस्या से जल्दी राहत प्राप्त कर सकते हैं।

यदि आप बवासीर के लक्षण अनुभव कर रहे हैं, तो सबसे महत्वपूर्ण कदम है इन लक्षणों को पहचानना और सही इलाज की दिशा में कदम बढ़ाना। बवासीर के इलाज में खानपान का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। चाय, कॉफी, मिर्च, मसालेदार खाना, धूम्रपान, शराब, बेकरी उत्पाद, और अत्यधिक प्रोटीन वसा युक्त खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। इसके बजाय, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, ताजे फल, अंकुरित अनाज, साबुत अनाज, और दही-छाछ जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाना चाहिए।

आपका ध्यान और सही खानपान न केवल आपकी बवासीर की स्थिति को बेहतर बना सकता है बल्कि आपकी समग्र स्वास्थ्य स्थिति को भी सुधार सकता है। अगर आपने ऑपरेशन कराया है और फिर भी तकलीफ महसूस कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप डॉक्टर की सलाह का पालन करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

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